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Eye Opener Facts Related to Investing – Fixed Deposit vs SIP vs Lumsum Mutual fund-2024

Cooperation and making money, two businessmen carrying gold coins towards the merged arrow.

Eye Opener Facts Presented by Ankur Warikoo:

1-Sip vs Lum-sum


SIP vs Step-Up SIP:

  1. SIP (Systematic Investment Plan):
    • SIP में नियमित अंतरालों पर एक निश्चित धनराशि निवेश की जाती है। आमतौर पर हर महीने या हर तिन महीने में निवेश किया जाता है।
    • यह निवेशकों को अवसरों को टाइम करने की ज़रूरत नहीं है और बाजार के साथ अंतर्निहित दैण्डवायलिटी को कम करता है।
    • यह निवेशकों को लंबे समय तक निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
  2. स्टेप-अप SIP (Step-up SIP):
    • स्टेप-अप SIP में, निवेशकों को समय के साथ निवेश की धनराशि को बढ़ाने का विकल्प होता है। अर्थात, निवेशक अपनी निवेश धनराशि को समय-समय पर बढ़ा सकते हैं।
    • यह निवेशकों को अधिक धनराशि निवेश करने की अनुमति देता है जब उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार होता है या उनकी आय के साथ बढ़ोतरी होती है।
    • यह निवेशकों को आय के संबंध में बदलते परिस्थितियों के अनुसार अपने निवेश प्लान को समायोजित करने की स्वतंत्रता देता है।


Fixed Deposit vs Mutual Fund- Large/Mid/ Small Cap:

फिक्स्ड डिपॉजिट:

  1. निवेश का सुरक्षितता: फिक्स्ड डिपॉजिट एक सुरक्षित निवेश विकल्प होता है। यह बैंक या वित्तीय संस्थान द्वारा प्रदान की जाती है और नियमित ब्याज दर के साथ निवेशकों को नियमित आय प्रदान करती है।
  2. निवेश की नियति: फिक्स्ड डिपॉजिट की अवधि को निश्चित किया जाता है, जिससे निवेशक अपने निवेश के लिए निश्चित राशि प्राप्त कर सकते हैं।

म्यूचुअल फंड (लार्ज कैप, मिड कैप, और स्मॉल कैप):

  1. निवेश का वृद्धि की संभावना: म्यूचुअल फंड विभिन्न शेयरों और संयुक्त निवेशों में पैसा निवेश करते हैं, जिससे निवेशकों को वृद्धि की संभावना होती है।
  2. निवेश की विवेकशीलता: म्यूचुअल फंड अलग-अलग श्रेणियों में उपलब्ध होते हैं, जैसे कि लार्ज कैप (बड़ी कंपनियों के शेयर), मिड कैप (मध्यम आकार की कंपनियों के शेयर), और स्मॉल कैप (छोटी कंपनियों के शेयर)। इनमें निवेशक अपने निवेश को अपनी रुचि और वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार चुन सकते हैं।


Retirement Corpus Calculation Math:

  1. नियोजित बचत की गणना:
    • सबसे पहले, निवेशकों को अपने पेंशन के लिए नियोजित बचत की गणना करनी चाहिए।
    • इसके लिए, वे अपने पेंशन आय के आधार पर मासिक या वार्षिक नियोजित बचत की राशि का निर्धारण कर सकते हैं।
    • वे नियोजित बचत निधि में निवेश करते हैं, जिससे कि उनका पेंशन कोर्पस बढ़ता रहे।
  2. संवित्ती बचत के साथ निवेश:
    • निवेशकों को अपनी बचत को वृद्धि देने के लिए संवित्ती निवेश के विकल्पों की भी गणना करनी चाहिए।
    • इसमें निवेशक विभिन्न निवेश साधारित उपकरणों में निवेश कर सकते हैं जैसे कि शेयरों, बॉन्ड्स, म्यूच्यूअल फंड्स, आदि।
    • यह निवेश उनके पेंशन कोर्पस को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
  3. पेंशन कोर्पस की गणना:
    • पेंशन कोर्पस की गणना करने के लिए, निवेशकों को अपने नियोजित बचत और संवित्ती निवेशों की राशियों को संग्रहीत करना चाहिए।
    • फिर, उन्हें अपनी आयु, जीवन दृश्य, और अन्य वित्तीय परिस्थितियों के आधार पर अनुमानित वृद्धि दर का चयन करना चाहिए।
    • अंत में, वे एक गणना का उपयोग कर सकते हैं जैसे कि वृद्धि दर के आधार पर निवेश की गणना, ताकि वे अपने अंतिम पेंशन कोर्पस को जान सकें।

यह सुनिश्चित करें कि निवेशक अपनी बचत और निवेश नीतियों को अपडेट करते रहें, ताकि वे अपने पेंशन कोर्पस की गणना को समय-समय पर समीक्षा कर सकें और अपने पेंशन के लिए आवश्यक धन को निर्धारित कर सकें।

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